पलटना की वो अदा

उन रास्तो पे
आज मैं फिर से
चल के आया हूँ।

जहां कभी
छुपछुप के
मिला करते थे।

इश्क़ उस रोज वाला
दोबारा नही हुआ।

तुम्हारी उस दिन की
पलटने के अदा 
आजतक याद है।


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